10:04 AM SOmE | |
चांद पाना तो दूर वहां जाने के लिए भी ऐस्ट्रॉनॉट बनना पड़ता है। अक्सर लोग अपने साथी की तलाश में बड़ी उम्मीद लेकर चलते हैं। सपने होते हैं कि वह ऐसी होगी, वैसी होगी। इसमें कुछ बुरा नहीं है। उम्मीद पर तो दुनिया कायम है लेकिन वास्तविकता भी ख्याल रखें। वैसे भी खूबसूरती देखने वाले की आंखों में होती है। | |
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